अपराधी की जगह निर्दोष को उठा ले गई पुलिस

दो लोगों का नाम एक, पिता का नाम एक, जाति और गांव भी एक — और इसी गफलत में पुलिस उठा लाई निर्दोष व्यक्ति को। असली आरोपी आज भी फरार है।
मामला देवास जिले के खातेगांव थाना क्षेत्र का है। यहां मार्च 2018 में रायसिंह पुत्र ईश्वर सिंह राठौड़ निवासी ग्राम भटासा ने गांव के ही मनफूल पिता हरि के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया था। उस समय आरोपी मनफूल को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और बाद में जमानत भी हो गई।
लेकिन इसके बाद आरोपी मनफूल पांच साल तक अदालत में पेश नहीं हुआ और उस पर स्थायी वारंट जारी हो गया।
पुलिस 12 अगस्त को अजनास और भटासा के कोटवार को लेकर गांव पहुंची और मनफूल पिता हरि जाति कोरकू को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन यह वही आरोपी नहीं था, बल्कि उसी नाम-पिता के नाम और गांव वाला दूसरा व्यक्ति था।
असलियत का खुलासा तब हुआ जब फरियादी रायसिंह ने 15 दिन बाद कोर्ट को बताया कि पुलिस ने गलत मनफूल को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद निर्दोष मनफूल को 26 अगस्त को जमानत मिल गई।
👉 अधिकारियों का बयान
कन्नौद एसडीओपी आदित्य तिवारी ने मीडिया को बताया कि दोनों व्यक्तियों का नाम, पिता का नाम, जाति और यहां तक कि उम्र भी लगभग समान है। एक जैसी डिटेल्स होने की वजह से यह गफलत हुई। यह जानबूझकर की गई गलती नहीं बल्कि एक मानवीय भूल है।
👉 पीड़ित का पक्ष
वहीं पीड़ित मनफूल का कहना है कि उसके खिलाफ पहले कभी कोई प्रकरण दर्ज नहीं था। पुलिस जब गिरफ्तार करने आई तब भी उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।




